Dadi maa ke nuskhe for loose motion in babies | दादी माँ के 8 नुस्खे

दादी माँ के नुस्खे: बच्चों में लूज़ मोशन के लिए घरेलू इलाज

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dadi maa ke nuskhe : छोटे बच्चों में लूज़ मोशन (डायरिया) होना एक आम समस्या है, लेकिन यह माता-पिता के लिए चिंता का विषय बन जाता है। दवाओं के बजाय, भारतीय घरों में dadi maa ke nuskhe पीढ़ियों से इस्तेमाल किए जाते हैं। ये प्राकृतिक और सुरक्षित घरेलू उपाय बच्चों के नाज़ुक पेट के लिए असरदार होते हैं और जल्दी राहत देते हैं।

इस लेख में, हम ऐसे आसान और असरदार घरेलू नुस्खे बताएंगे जो आपके बच्चे को लूज़ मोशन से आराम दिलाने में मदद करेंगे।

Dadi maa ke nuskhe for loose motion in babies | दादी माँ के 8 नुस्खे

बच्चों में लूज़ मोशन के कारण | bacho me loose motion ka karan

लूज़ मोशन के कई कारण हो सकते हैं, जिनमें शामिल हैं:

दांत निकलना – जब बच्चे के दांत निकलते हैं तो उनका पेट संवेदनशील हो सकता है।
इंफेक्शन – बैक्टीरिया या वायरस के कारण दस्त हो सकते हैं।
नई चीज़ें खाने से – जब बच्चे को नया खाना दिया जाता है, तो उसका पेट बिगड़ सकता है।
लैक्टोज इन्टॉलरेंस – दूध या डेयरी प्रोडक्ट्स से कुछ बच्चों को दिक्कत हो सकती है।
मौसम में बदलाव – ठंड या गर्मी का असर बच्चों के पाचन तंत्र पर पड़ सकता है।

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बच्चों में दस्त होना बहुत आम है, और माँ-बाप के लिए ये बहुत चिंता की बात होती है। मेरा एक पड़ोसी है, उसकी छोटी बच्ची को भी एक बार दस्त हो गए थे। वो बताती थी कि बच्ची बिलकुल मुरझा गई थी। रो रही थी लगातार, और कुछ खा भी नहीं रही थी। बेचारी बिलकुल कमजोर पड़ गई थी।

शुरू में तो उन्होंने घरेलू नुस्खे आजमाए, जैसे कि चावल का पानी, और थोड़ा सा दही। लेकिन जब बच्ची की हालत में कोई सुधार नहीं हुआ, तो वो तुरंत डॉक्टर के पास गए। डॉक्टर ने बताया कि बच्चों में दस्त के कई कारण हो सकते हैं, जैसे कि इन्फेक्शन, या फिर कोई एलर्जी। उन्होंने बच्ची को ओ.आर.एस. दिया, जो कि बहुत ज़रूरी है, क्योंकि बच्चों में डिहाइड्रेशन का खतरा बहुत जल्दी होता है। ओ.आर.एस. से शरीर में पानी और इलेक्ट्रोलाइट्स की कमी पूरी होती है।

डॉक्टर ने ये भी बताया कि बच्चों को साफ़-सफाई का बहुत ध्यान रखना चाहिए। उनके खिलौने, उनके कपड़े, सब कुछ साफ़ होना चाहिए। और सबसे ज़रूरी बात, बच्चों को बार-बार हाथ धोने की आदत डालनी चाहिए। ये छोटी-छोटी बातें बच्चों को दस्त और बाकी बीमारियों से बचाने में बहुत मदद करती हैं।

उसने बताया कि डॉक्टर ने बच्ची को कुछ हल्की दवाइयां भी दीं, और कुछ दिनों में वो बिलकुल ठीक हो गई। लेकिन उस समय, वो बहुत डरी हुई थी। इसलिए, दोस्तों, अगर आपके बच्चे को भी कभी दस्त हो, तो बिलकुल भी लापरवाही न करें। तुरंत डॉक्टर से सलाह लें, और बच्चे को खूब पानी और ओ.आर.एस. पिलाते रहें। बच्चों की सेहत बहुत नाज़ुक होती है, और उनका खास ख्याल रखना बहुत ज़रूरी है।

Dadi maa ke nuskhe | दादी माँ के नुस्खे

अब जानते हैं कि dadi maa ke nuskhe कैसे loose motion की समस्या से राहत दिला सकते हैं।

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1. जायफल (Nutmeg) का लेप – सबसे असरदार उपाय

जायफल (Jaiphal) पाचन को सुधारने में बेहद कारगर होता है और दस्त रोकने में मदद करता है।

कैसे इस्तेमाल करें?

  • थोड़ा सा जायफल लेकर पत्थर पर पानी के साथ घिसें और पतला पेस्ट बना लें।
  • इस पेस्ट का एक छोटा सा चुटकी भर बच्चे (6 महीने से बड़े) को दें।
  • यह बच्चे के पेट को आराम देगा और लूज़ मोशन रोकने में मदद करेगा।

🚨 सावधानी: जायफल ज्यादा मात्रा में न दें, क्योंकि यह बच्चे को नींद ला सकता है।

2. दाल का पानी – हल्का और पौष्टिक

मूंग दाल का पानी (Dal ka pani) बच्चे के लिए हल्का और सुपाच्य होता है। यह पोषण भी देता है और दस्त रोकने में मदद करता है।

कैसे बनाएं?

  • 1 टेबलस्पून मूंग दाल को 1 कप पानी में उबालें।
  • इसे छानकर गुनगुना करें और बच्चे को छोटे-छोटे घूंट पिलाएं।
  • यह बच्चे को हाइड्रेटेड रखेगा और कमजोरी से बचाएगा।

3. अनार का रस – नेचुरल एंटीऑक्सीडेंट

अनार (Pomegranate) दस्त को रोकने में बेहद असरदार होता है और शरीर को ताकत देता है।

कैसे दें?

  • ताज़ा अनार का रस निकालें (बिना चीनी मिलाए)।
  • 6 महीने से बड़े बच्चों को 1-2 चम्मच रस थोड़े-थोड़े समय में दें।
  • यह पेट की जलन को शांत करता है और पानी की कमी नहीं होने देता।

4. साबूदाने का पानी – पेट के लिए फायदेमंद

साबूदाना (Sabudana) शरीर को ठंडक देता है और दस्त को नियंत्रित करता है।

कैसे दें?

  • 2 टेबलस्पून साबूदाना को 30 मिनट पानी में भिगो दें, फिर इसे अच्छे से उबालें।
  • पानी को छानकर ठंडा करें और बच्चे को छोटे घूंट-घूंट में दें।

5. घी और मिश्री – पारंपरिक उपाय

घी और मिश्री (Ghee & Mishri) दस्त को नियंत्रित करने के लिए एक पुराना और असरदार नुस्खा है।

कैसे दें?

  • थोड़ा सा घी और मिश्री मिलाकर एक छोटी चम्मच बच्चे को चटाएं।
  • घी पाचन को सुधारता है और मिश्री पेट को ठंडक देती है।

6. केला और चावल – पाचन सुधारने का बेस्ट उपाय

केला और चावल हल्का और सुपाच्य भोजन है, जो दस्त को रोकने में मदद करता है।

कैसे दें?

  • एक पका हुआ केला मैश करें और थोड़ा सा उबला हुआ सफेद चावल मिलाएं।
  • छोटे-छोटे भागों में बच्चे को खिलाएं।
  • इसमें मौजूद पोटैशियम शरीर में इलेक्ट्रोलाइट्स की कमी को पूरा करता है।

7. स्तनपान – सबसे अच्छा इलाज

अगर बच्चा 6 महीने से छोटा है, तो माँ का दूध (Breastfeeding) ही सबसे अच्छा उपाय है। यह मरी दादी माँ कहती थी

क्या करें?

  • माँ का दूध पिलाना जारी रखें, क्योंकि इसमें एंटीबॉडीज़ होती हैं जो संक्रमण से बचाती हैं।
  • 6 महीने से छोटे बच्चों को बाहर का पानी न दें, माँ का दूध ही पर्याप्त है।

8. गाजर और सेब की प्यूरी – फाइबर और हाइड्रेशन का बढ़िया स्रोत

गाजर और सेब (Carrot & Apple) दस्त को रोकने और शरीर को पोषण देने में मदद करते हैं।

कैसे दें?

  • एक छोटी गाजर और आधा सेब उबालें।
  • इसे मैश करके स्मूथ प्यूरी बना लें।
  • बच्चे को छोटे-छोटे चम्मच में दें।

गाजर और सेब में मौजूद पेक्टिन शरीर में पानी सोखकर दस्त को रोकता है।

डॉक्टर के पास कब जाएं?

अगर लूज़ मोशन 24-48 घंटे से ज्यादा हो, तो डॉक्टर से संपर्क करें, खासकर अगर:

🚨 बच्चा डिहाइड्रेशन के लक्षण दिखा रहा हो (सूखे होंठ, बिना आंसू रोना, धंसी हुई आँखें)।
🚨 खून मिले दस्त हों।
🚨 बच्चा बहुत सुस्त लगे या खाना-पीना न करे।

निष्कर्ष

बच्चों में लूज़ मोशन एक आम समस्या है, लेकिन ज़्यादातर मामलों में dadi maa ke nuskhe ही इसे ठीक करने के लिए काफी होते हैं। ये घरेलू उपाय सुरक्षित, प्राकृतिक और प्रभावी हैं।

💡 सुझाव: कोई भी नया नुस्खा देने से पहले थोड़ी मात्रा में देकर देखें और अगर समस्या बनी रहे तो डॉक्टर से सलाह लें।

क्या आपकी दादी माँ के पास भी कोई खास नुस्खा था? हमें कमेंट में बताइए! 👇 अगर आपको कोई परिशानी हो तो हमें कमेंट करें हम आपके प्रश्नो का उत्तर देने का प्रयास करेंगे | dadi maa ke nuskhe for loose motion in babies आशा करता हु ये आपके लिए उपयोगी होगी

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